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जला दो मुझे या दफ़न करदो कहीं,
ये ज़िंदा होने का नाटक अब और नही होता!
©aman__writes_
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aman__writes_ 66w
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aman__writes_ 66w
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उनका हर इल्ज़ाम दिल में दफ़न किये बैठा है,
अरसे से मौत के इंतज़ार में कफन लिए बैठा है!!
वो पूछा करते थे अक्सर 'इश्क़' किसे कहते हैं,
समझाया उन्हे जो दिल में बैठाकर ,यही गुनाह 'अमन' किये बैठा है!!
©aman__writes_ -
वो कहते हैं ,
इत्मिनान रखें सब ठीक हो जाएगा!!
कोई समझाये उन्हें,
कि महज़ साँसों के चलने से कोई ज़िंदा नही कहलाता!!
©aman__writes_ -
aman__writes_ 67w
कह दिया आज उससे की लौट के न आये वो,
वफ़ादारी की दौड़ में उसकी यादें उससे जीत गयी!!
©aman__writes_ -
हुआ इश्क नीलाम सरे बाज़ार,
बोलियाँ दिलों की लगी!!
बोली लगाऊँ तो लगाऊँ भी कैसे,
इस कमबख्त दिल में तुम जो थी!!
©aman__writes_ -
aman__writes_ 116w
बस तुम ❤
एक आस, एक एहसास, मेरी सोच और बस तुम,
एक सवाल, एक मजाल, तुम्हारा ख्याल और बस तुम,
एक बात, एक शाम, तुम्हारा साथ और बस तुम,
एक दुआ, एक फर्याद, तुम्हारी याद और बस तुम,
मेरा जूनून, मेरा सुकून बस तुम और बस तुम -
aman__writes_ 116w
मेरे अश्कों को सोख लिया
मेरे दिल को निखारा है
मेरी जुबान पर रहे नाम उसका
मेरी रूह ने उसे पुकारा है!!
अंधेर नगरी था दिल मेरा
उसने किया उजाला है
हूर सा दिखता यार मेरा
जादुई निगाहों वाला है!!
चेहरे पर उसके नूर है ऐसा
जैसे खुदा ने उसे संवारा है
भुला दूं मैं दुनिया को
उसके बिन पल भर ना मेरा गुजारा है!!
चांद भी शरमा जाए
उसकी हंसी में ऐसा नजारा है
एक फरिश्ता ऐसा वो
जिसे खुदा ने जन्नत से उतारा है!!
©aman__writes_
#mirakee #pod #yaar #love #feelings #feel #like #repost #follow #comment #thanksमेरा यार
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औकात
कैसे करूं इबादत तेरी,
अभी मुझ में वो बात नहीं,!!❌
तेरे कर्म का क्या हिसाब करूं,
या खुदा,
इस नाचीज़ की इतनी औकात नहीं!! ⭕
©aman__writes_ -
aman__writes_ 116w
मैं शिकवा करूं या शिकायत करूं?
हकीक़त बता दूं या बयां हिकायत करूं,
बता दूं ज़माने को ज़ालिम है तू,
या ज़ख्मों की अपने नुमाइश करूं!!
राह चलतों से जो अखियां लड़ाते थे तुम,
बातों.. को कैसे घुमाते थे तुम,
रोता था दिल रहती आंखें भी नम,
जब आकर तुम कहते थे "जानी तेरे हैं हम"!!
रातों को जागा मैं दिन में ना सोया,
तेरी मोहब्बत में सब कुछ है खोया!
झूठी थी कसमें वो झूठे थे वादे,
क्या बता दूं सबको यहां मैं तेरे इरादे!!
संभला मैं खुद मैंने दिल को संभाला,
खूनी हूं मैं!! मैंने खुद को मार डाला!
लगाता हूं अब अपने शब्दों पर अंकुश,
जा दुआ है ये मेरी रहे तू सदा खुश!!
©aman__writes_
#mirakee #pod #writersnetwork #writersofmirakee #love #separation #fake #rude #hurt #emotions #feelings #letgo #life #happy #like #comment #repost #thanks
©aman__writes_ -
aman__writes_ 116w
निगाहें
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aleesha786 59w
प्यार भी करते हो पर निभाते नहीं
हमें ऐसी बेवफाई तुम क्यों सिखाते नहीं
तन्हाई में हम तुम्हें जान लगते हैं
लेकिन महफिल से हमारी पहचान कराते नहींPyar bhi krte ho par nibhate nhi
Hume aesi bewafai tum kyo sikhate nhi
Tanhayi me hum tumhe jaan lagte h
Lekin mehfil se humari pehchan karate nhi
©aleesha786 -
aleesha786 60w
Gulzaar bhi keh gye mohabbat badi aam hoti h
Jisme din ko raat or raat ko shaam hoti h❤
©aleesha786 -
aleesha786 65w
उसके इश्क में खुद को ही बर्बाद कर लिया हमने....
और वो कहता है मेरे इश्क में संवर गये हो...
©aleesha786 -
aleesha786 60w
Ye zehrili raatein or teri yaadon ka nasha ...
Dono milte h toh sharab ke nashe ko bhi maat dete h...
©aleesha786 -
inkandfable670 64w
Sitting in my garden
Watching my rose plant , waiting
To see the birth of a bud ,
Like this, I have passed a couple of months
Still my hopeful eyes stare that dead bush,
On which an alluring red rose , once bloomed ,
The careless wind is now looking for it, that
Burning rays are now cooled ,
Seems as they badly miss that gallant flower,
Who used to dance freely on amidst prickly thorns,
Tormented and tired , now she have
forgotten how to bloom.
inkandfable670
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Posting it again ❤
@writersnetwork thanks for the ❤
#mirakee #tale
#sad #pod #wod
@writersnetworkA Withered Bud's Tale
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trickypost 66w
ले संग ले चल
नभ भर-भर लाया संग अपने गागर,
अंबर में फैली बरखा की महीन चादर।
हरिहर दूब इठलाती मेड़, डगर-डगर,
बहती पुरवा करे साय-साय, सरर-सरर।
हृदय में उपजी खनक पायल छन-छन,
पवन भर बाँहों में कहे ले हमें ले संग चल।।
पवन भर बाँहों में कहे ले हमें ले संग चल।।
मिसते नयन पलक को, जौ उठा तन,
सोच में उलझा मन सच है या है कोई छल।
झटपट लगायी दौड़, पग पहुँचें अँगना,
कानों में पसरा शोर, नभ में पोशों का पहरा।
सिहरन ने रोम-रोम का गागर छलकाया,
भर बाँहों में बूँदों की रेशों को सजनी तुझे पाया।
भर बाँहों में बूँदों की रेशों को सजनी तुझे पाया।
झर-झर नभ के यौवन का गागर फूटा,
सजनी की यादों में प्रतीक्षा का बंधन टूटा।
नयनों में आशाओं की हरिहर दूब इतरायी,
मन के भौंरों ने कथ्ययी रंग की अलख जगायी।
धुन-मधुर हृदय तरंग, बढ़ने लगी आवाजाही,
नभ में धड़की बिजुरी, मानो सजनी हो शर्मायी।
फड़फड़ाती अटकलें प्रेम ज्वर की देख,
ले हमें ले संग चल...
पंक्तियों से अपनी दशा की कर रहा हूँ तुरपाई।
.............. अपनी दशा की कर रहा हूँ तुरपाई।.
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काश ये ईद का चाँद हर रोज आया करे
मेरे ,आपकी और सबकी दुआएं बस कुबूल हो जाया करे !
~s
©glittery_ink -
You Left Me Wondering
You left
Without a word
No warning
You just took off
Keeping me wondering if you’ll ever return
You left
Leaving me defenseless
Taking with you a part of me
Bailed on me like I meant nothing
Keeping me wondering if I was ever enough
You left
And I’d never know the reason why
Is it something I did or didn’t do?
Was I that bad that you needed an escape?
I’m here wondering where I went wrong
You left
But I keep waiting for you to return to me
Looking out the windows hoping it’s your car I hear outside
And my heart breaks when I realize it’s not you
I’m still here wondering if you’re alright
You left
But you were meant to stay through it all
And the world feels a lot emptier without you around
And I keep wondering who I’ll now turn to for help
You left
And I didn’t think I’ll ever see a day like this
I just realized how unprepared I am to face the world
It all feels like a movie but this is my new reality
And I’m wondering if this is all a dream
©diary_of_a_shygirl -
iofficialarmaan 66w
तुम :
जो शायद कभी पूरा ना हो ऐसा एक ख्वाब हो तुम,
जिसका जबाब ढूंढ़ता फिरू वो एक सवाल हो तुम,
अर्शों से आए लगते हो दिखने में कमाल हो तुम,
चाँद सा चेहरा तुम्हारा सनम बेमिसाल हो तुम,
सनम बेमिसाल हो तुम।
@lifelines_quotes -
sanjeevshukla_ 66w
*ग़ज़ल - बारिशें*
आपकी मनमर्ज़ियाँ हैँ... आप ही की बंदिशें l
क्या हमारी आरज़ू का, क्या हमारी ख़्वाहिशें l
या रिहा कर दो हमें या क़ैद कर के दो सज़ा..
अब हमारी भी अना करने लगी हैँ साज़िशें l
बेसबब कोई मुसाफ़िर राह में कब तक चले...
एक बे मक़सद सफर है और उसपे लग़्ज़िशें l
आपके अंदाज़ में चाहत नज़र आती नहीं...
और हमारे दिल में शोले हैँ नज़र में आतिशें l
ज़ब जरूरत ही न हो अपनी किसी को क्या करें..
क्या करे जोश ए जुनूँ.. फिर क्या करेगी काविशें l
क़ामयाबी ओ बुलंदी हो मुबारक आपको ..
रास आईं मुश्किलें,..हमको हमारी गर्दिशें l
है मरासिम का फ़साना खूबसूरत मोड़ पर..
छोड़ दें इसको यहीं पर कह रही हैँ दानिशें l
हो चुकी है तिश्नगी की इम्तिहाँ भी 'रिक़्त'अब...
अब्र शायद हैँ ये वो......जिनमे नहीं हैँ बारिशें l
©संजीव शुक्ला 'रिक़्त'
