चाय और सुट्टा
तुम अंग्रेज़ी Whiskey का खंबा हो,
मैं देसी ठर्रे की बोतल हूँ,
तुम DU की शहज़ादी हो,
मैं विद्यापीठ का लोकल हूँ,
तुम घाट इस पार की भीड़ हो,
मैं उस पार का सन्नाटा हूँ,
तुम लक्ष्मी चाय की चुस्की हो,
मैं तलब लगा एक सुट्टा हूँ।
तुम Girls Squad की leader हो,
मैं लौंडों में भौकाली हूँ,
तुम रात की प्यारी चाँदनी हो,
मैं ढ़लते सूरज की लाली हूँ,
तुम Domino's में लगती Tax हो,
मैं कपड़ों पर मिलता बट्टा हूँ,
तुम लक्ष्मी चाय की चुस्की हो,
मैं तलब लगा एक सुट्टा हूँ।
तुम बड़े Restaurants की Chilli Potato,
मैं सड़क पर बिकता समोसा हूँ,
तुम McDonald's की burger हो,
मैं Kerala Café का डोसा हूँ,
तुम राजभोग सी मीठी हो,
मैं इमली जैसा खट्टा हूँ,
तुम लक्ष्मी चाय की चुस्की हो,
मैं तलब लगा एक सुट्टा हूँ।
तुम Zara की Shopping हो,
मैं Sale में मिलता कपड़ा हूँ,
तुम आपस में होते समझौते सी,
मैं लौंडों में होता लफड़ा हूँ,
तुम James Bond की Pistol सी,
मैं मिर्ज़ापुर का कट्टा हूँ,
तुम लक्ष्मी चाय की चुस्की हो,
मैं तलब लगा एक सुट्टा हूँ।
तुम बहती गंगा सी शीतल हो,
मैं एक झरने का पानी हूँ,
तुम किसी लेखक की उपन्यास हो,
मैं ख़ुद की लिखी कहानी हूँ,
तुम हरिश्चंद्र सी सच्ची हो,
मैं भोला सा एक झूठा हूँ,
तुम लक्ष्मी चाय की चुस्की हो,
मैं तलब लगा एक सुट्टा हूँ।
~वैभव
#banarasiwriter
1 posts-
iam_vaibhav07 34w