#rachanaprati111
#rachanaprati110
@aryaaverma12 जी का बहुत-बहुत धन्यवाद❤️
विषय--- मझधार
समय सीमा--- कल शाम 5:00 बजे तक
©anusugandh
#rachanaprati110
17 posts-
anusugandh 27w
29 30 8#ख़्वाब
हौसला रख कर चला था मैं ख़्वाबों के शहर
अधूरी मोहब्बत अधूरी ज़िन्दगी को लेकर
मुकाम जमीं पर जुगनू की तरह मैं भी हो जाऊं ,,
लिखूं कुछ इस तरह से शब्दों को कागज़ पर
कि मैं मुकम्मल किताब हो जाऊं .....
रास नही आया शायरों को लहजा मेरा
गुमनाम मेरी ज़िन्दगी का आईना
चंद पन्नो में उलझ कर ही बिखर गया ....
©goldenwrites_jakir25 9 8- gauravs वाह.. वाह.. वाह..
- anusugandh Kamaal bhai ,wah
- harish8588 Kamyaabi jarur milegi Bhaiji
- vipin_bahar वाह
- alkatripathi79
सच सपनों सा
इक छोटा सा है आकाश
हमारे दरम्यां
बदलता रहता है शक्ल
हम-नफ़स रहनुमां
कमी छोटा तो कभी बड़ा
पर निज है ये जहाँ
लेती रहती विविध आकृति
जन्म इनके अंतरा
तो कभी छा जाती है धुंध
और बिलखती है आत्मा
तम और रौशनी का आयाम
ढालता हमें एक साँचा
कभी खुशबू की नन्ही बदली
भर जाती है मद हाला
विस्मित अंतरंग लम्हों का फिर
खुल जाता है आसमां
तो कभी जद्दोजहद की खटाश
तोड़ देती है आसरा
मुख मोड़ जाना होता है दूर
विभ्रम में विपरीत दिशा
पर कुछ नियत है ये फासला
आगे जिसके ना होता जाना
और घटने लगती हैं दूरियां
तै है यूँ जुड़ने का सिला
इक जानी पहचानी सी दायरे में
असीम बसी है खुशियाँ
स्वप्न, कल्पना की सगी जाया
जीव जिससे रहे तरोताज़ा
उमंग रस, स्वप्न बेल से टपक
यथार्थ को देती जीवंतता
©anandbarun42 15 17- strxberry_ Wah kya baat hai!! Behatarin
- animeshjaiswal ❤️❤️
- anandbarun @anusugandh शुक्रिया, आभार
-
anandbarun
@piu_writes @strxberry_ @animeshjaiswal @harish8588 @inking_rubatosis
बहुत-बहुत आभार - anandbarun @raaj_kalam_ka बहुत-बहुत आभार
देखा था तुमको जब एक ख्वाब देखा था तुमको अपने दिल के बहुत पास देखा था खैर जो देखा था बस एक ख्वाब था लेकिन किस्मत में मेरे कुछ और लिखा था
©piu_writes22 16 9- animeshjaiswal Kismat ki bolbo aar
- raaj_kalam_ka अप्रतिम ❤️bs khushiya hi likhi hon
- piu_writes @raaj_kalam_ka tahe dil se shukriya aapkaa
- piu_writes @animeshjaiswal Sotti tai
- raaj_kalam_ka suprabhat Didu ❣️
सपने
दिल ने एक कविता लिखी, कुछ अपनी कुछ तेरी लिखी,
एक सपनों की कहानी लिखी ,कुछ आधी कुछ पूरी लिखी
कैसी चाहिए थी यह जिंदगी, उन सपनों की उड़ान लिखी
चिड़ियों की चहकती सहर, शाम की रवानगी लिखी
खुशियों के पल आए जो ,वो नन्हीं किलकारी लिखी
कुछ आंसुओं की कहानी, कुछ खुशी की इंतहा लिखी
बीत गए इस जीवन के, उन गुजरे लम्हों की दास्तान लिखी
हर सांस की रवानी लिखी, जाती हर सांस की रवानगी लिखी
हर पल जीने की सादगी लिखी ,उमंगों तरंगों की जवानी लिखी
जिस रात की सुबह ना चाही, उसकी दीवानगी लिखी
पल पल जीती हर पल में ,साथ मरती इच्छाएं लिखी
कस्तूरी की खोज में भटकते ,मन मयूरी की भागमभाग लिखी
एक सपनों की कहानी लिखी, कुछ आधी कुछ पूरी लिखी!
©anusugandh44 33 17- sahildureja06 Bahut achi likhi.... ek kavita aapne jo likhi...✍✍
- anusugandh @sahildureja06 bahut bahut Shukriya aapka
- deovrat अतिसुन्दर
- anusugandh @deovrat बहुत-बहुत धन्यवाद सर आपका
- vipin_vn अद्भुत अद्वितीय अनुपम अभिनव अभिव्यक्ति..!
#ख़्वाब ✍️
वो ख़्वाब ही तो था "जो संग तेरे दिल ने सजाया था
वो सपने अब तेरे सब बेरंग बेनूर हो गए
चुभते आज भी उनके निशां दिल की गहराई में
वो ज़ख्म कि सूरत हरपल हर इक लम्हा
दर्द ज़िन्दगी को देती ,,,,,
कैसे भुल जाऊं हमारी मोहब्बत की दास्तां
जिसमे आज भी बिखरते ख़्वाब सांसे ले रहे ...
©goldenwrites_jakir23 6 6- anusugandh बहुत खूबसूरत एहसास लिखा है भाई आपने बहुत सुंदर✍️✍️✍️
- alkatripathi79 बहुत ख़ूबसूरत ❤
- anandbarun आह, कमाल का
-
goldenwrites_jakir
@anandbarun @alkatripathi79 @anusugandh @aryaaverma12
आप सभी का तहदिल से शुक्रिया
इसी तरह हमेसा प्यार बनाए रखना
-
vipin_bahar
बिखरते ख्वाब सांसें ले रहे है
क्या बात है
#ख़्वाब ✍️
ख़्वाब भी पूछते हैं अब "सवाल बिखर जाने का
क्या रहगई कमी ख़ुदसे ही ख़ुदको अनजान रखने का
तमाम रात जागकर जिसका इंतज़ार खुली आँखों से किया
उसको को इक पल भी क्या तेरा ख़्याल ना आया
ज़िन्दगी बिन मोहब्बत की खिल रही थी फूलों कि तरह
उसे उजाड़ कर क्या उसे ये एहसास भी तेरा ना आया
ख़्वाब पूछतें है अब सवाल बिखर जाने का
क्या उसे फिर तुम पर प्यार ना आया ... ?
©goldenwrites_jakir23 7 8- alkatripathi79 Kya baat... Bahut sundar ❤
- anandbarun भावों की अतीव प्रबलता, वाह
- gauravs वाह.. वाह.. बहुत ही लाज़वाब
- mamtapoet Bahut khoob abhivyakti
- avaneeshrajput बहुत सुंदर
सपने/ख़्वाब
ख़्वाब पे नज़्म, जिसे ये मुलाक़ात इक बहाना है की तरन्नुम पे गुनगुनाइए।
***********************************
ख़्वाब ही तो वहाँ पनपता है,
दिख रहा सच जहाँ खटकता है।
आँख भी सच कहाँ दिखाती है,
रात का मन जिधर भटकता है।
एक दुनिया बनी बनाई है,
झूठ क्या है सही ना दिखता है।
बात पर इक बड़े पते की है,
नैन में नूर सा चमकता है।
रो दिए हम वहीं हँसा करते,
कौन है जो वहाँ समझता है।
लोग कहते गुबार निकला है,
जो ज़हन में कहीं अटकता है।
देख "जिगना" सपन सलोना तू,
नेह झरना वहीं छलकता है।
©jigna_a26 11 12- anusugandh सुंदर सुंदर अति सुंदर बहुत प्यारा लिखा है आपने कमाल की नज़्म है,वाह✍️✍️❤️❤️❤️❤️❤️
- mamtapoet Bahut hi khoobsurat nazm❤❤❤
- gauravs वाह
- bal_ram_pandey Waah
- lazybongness Lajwaab
सपने
तुम गुजरते बादलों सा बेसुध
मिटता रहता फलक से ख्वाबों सा
बरसते फुहारों में हकीकत सा तुम
जमीं हो जाती फिर से तरोताजा
बैठ जाती वो धूंध की चादर
फूटती कोंपलों सी मैं उमड़ कर
देखने आसमां सितारों का
कभी होता वो सूरज अपना
तो कभी चाँद भी अपना होता
ढूँढती सिसकियों में सांसों के अपने
झलकते ओस के मोतियों में तुम
सिलसिला यूँ गुफ्तगू का अपना
रहे कायम ये जहाँ अरमानों का
हरी धरती ये चाँद और तारे
स्वर्ग अपनी शाश्वत समय की धारे।
©anandbarunPhoto By Shalece Elynne on Unsplash32 13 12- alkatripathi79 बेहद ख़ूबसूरत
- strxberry_ Bahut hi sundar
-
anandbarun
@aryaaverma12 @psprem @anusugandh @goldenwrites_jakir @deovrat
आप सभी की सराहना से अभिभूत हूँ, आभार -
anandbarun
@lazybongness @mamtapoet @kumarrrmanoj @alkatripathi79 @strxberry_
आप सभी की सराहना से अभिभूत हूँ, आभार -
anandbarun
@vishakha__ @rani_shri @prakashinidivya @bal_ram_pandey
आप सभी की सराहना से अभिभूत हूँ, आभार
ख्वाब
इंसान ख्वाब बहुत ऊंचे उड़ने के देखता है।
पाना चाहता है सातवां आसमान।
पर फिसल जाता है,नीचे की तरफ।
गिर पड़ता है गड्ढे में।
क्योंकि जोश में खो देता है।
अपनी वास्तविक पहचान।
ख्वाब देखना बुरा नहीं।
मगर अपनी वास्तविकता के साथ,
अपनी हिम्मत और अपनी
कुशलता के साथ।
बिना परवाज़ के उड़ना,
नामुमकिन है सब जानते हैं।
मगर हिम्मत और जज्बा पैदा
कर के वो ख्वाब कर सकता है पूरा।
उसे ख्वाब और हकीकत के,
अन्तर को समझना होगा।
तभी कोई ख्वाब पूरा होगा।
पर प्रयास में कोई बुराई नहीं।
©psprem28 14 9- psprem @anusugandh.Thanku so much.️☘️
- kumarrrmanoj Waaahhh
- mamtapoet Bahut achha likha hai
- psprem @kumarrrmanoj.Thanku so much.️☘️
- psprem @mamtapoet.Thanku so much.️☘️
#ख़्वाब ✍️
सपनो के साय में "ज़िन्दगी को मुस्कुराते हुए ज़ी
नन्हे कदमो से जमीं से फ़लक का सफर तय कि
खुली ज़ब आंखे नींद से आधी रात को
ख़्वाबों का आशियाना टूट कर बिखर गया
फलक से फिर जमीं पर खाली हाथ लौट आए ....
ख़्वाब देखने में हसीन लगता है
पर मुकम्मल हर इक का नही होता
किसी कि ज़िन्दगी किसी कि हर इक चीज़
नीलाम हो जाती है ये ख़्वाब ही हैं
जो किसी को जमीं किसी को फलक तक लेकर जाता है
©goldenwrites_jakir22 7 6- alkatripathi79 बहुत सुन्दर
- gauravs बहुत ही लाज़वाब..
- anandsardar सुंदर✍️✍️✍️
- psprem बहुत सुंदर रचना है।
- anandbarun बिल्कुल सच
किसी अपने "ने बहुत खूब कहा है
खुद ही तोड़ दिया वो ख़्वाब जो कभी पूरा ना हो सके
बाद में रोने से अच्छा है कि "पहले ही ज़ी भरकर रो ले ..
©goldenwrites_jakir34 9 8- mamtapoet Waaaaah, kya khoob keha hai
- alkatripathi79 Sahi baat
- alkatripathi79 रो ले अलग कर दीजिए भाई जी
- anusugandh Kamaal✍️✍️
- avaneeshrajput बहुत सुंदर जी
mamtapoet 27w
सपनों का पुष्प
कुछ ही समय हुआ है
मन की मिट्टी में बीज रोपा था
विचारों और सुंदर भावों से उसे सिंचित किया
और देखो, आज प्रस्फुटन हुआ है
एक सपनें का,
अब शुरू हुई है कोशिशें
एक सपनें को साकार रूप देने की,
उसे हकीकत का जामा पहनाने की,
जंग होने लगी है अब जरूरतों और सपनों में,
रह रह के रोड़े डाल रही हैं परिस्थियाँ भी,
कभी पर्न पीले होंगे, पतझड़ में गिरेंगे भी,
लेकिन कर्म को पूरा भरोसा है अपनी मेहनत पर, क्योंकि उसने हार मानना नहीं सीखा है,
हथेली की लकीरों को बदलने का जज्बा है,
और सपनें को सच कर दिखाने का जुनूँ पाला है, ये जुनून, ये मेहनत, ये कर्म कस्तूरी बन
महका करेंगे और ये महक उसमें रोज़ ताज़गी भरेगी और एक एक कदम बढाएगी उसका सपनें की सीढ़ी की ओर,
जब पूरा विकसित हो जाएगा कर्म,
तब उसपर खिलेंगे सपनों के पुष्प,
और उस पुष्प से उत्पति होगी पुन:
एक नये सपनें की,
और ये क्रम निरंतर यूँ ही बिना रुके, बिना थके चलता रहेगा ऐसे ही।
©mamtapoet53 16 19- kumarrrmanoj Nice
- mamtapoet @titly_ thank for ur likes and reposts, have a great day
- mamtapoet @arzoo_machra thank you for your likes and reposts , have a great day
- raaj_kalam_ka khubsurat shabd
- mamtapoet @todayis thank you
#ख़्वाब ✍️
मन के पिंजरे से हर रोज इक ख़्वाब टूटकर बिखर जाता
ज़िन्दगी कि आस पर काश का मोहर लगा जाता
क्या होती ज़िन्दगी ग़र ख़्वाब सच हो जाता
गमो के दल दल से आज़ाद हर इक दर्द हो जाता ,,,,
देखने में ख़्वाब कितना अच्छा कितना सच्चा
कितना अपना लगता है पर यक़ीन मानो पूरा करने में
ज़िन्दगी कि हर इक साँसो का कारवाँ गुजर जाता है ..... !¡!
©goldenwrites_jakirPhoto By Megha Ajith on Unsplash22 10 7- anusugandh बहुत सुंदर और बहुत सही लिखा है भाई आपने कमाल7
- anandbarun वाह, क्या बात, सुंदर अभिव्यक्ति
- alkatripathi79 लाज़वाब अभिव्यक्ति
- psprem बहुत सुंदर रचना है।
- aryaaverma12 Bhut gahri bat bhut behatrin umda likha h
aryaaverma12 27w
#rachanaprati110
@goldenwrites_jakir Bhai g
@jigna_a di
@mamtapoet Dear
@anusugndh di
@alkatripathi79 dear
पूरी जिंदगी सपनों के पीछे भागते रहे ,
आखिर में सपना मेरा सपना ही रह गया ,
कुछ सपने,कुछ ख्वाहिशें लिए, आए थे,
हम भी गांव की गलियां छोड़ शहर की चकाचौंध में,,
सपने ,सपने ही रह गए,
फिर पता चला कि,सपने तो आखिर सपने ही होते हैं,,सपने
सबसे पहले मैं @goldewrites_jakir bhai ji का शुक्रिया अदा करती हूं,, कि इन्होंने मुझे #rachanaprati110 की जिम्मेदारी सौंपी
तो आज का विषय है,"सपने"
हर इंसान का कोई ना कोई सपना जरूर होता हैं,
किसी का पूरा तो किसी का अधूरा होता हैं,
हर सख्स सपनों के पीछे ही भाग रहा हैं,
किसी को मंजिल मिलती हैं,तो
किसी के निराशा हाथ आती हैं,
हर किसी का सपना पूरा हो,ऐसी दुआ करती हूं,,
समय सीमा कल रात 10 बजे तक
धन्यवाद
©aryaaverma1239 17 11- anandsardar विषय ✍️✍️
- happy_rupana Congratulations Didi ji ✨✨
- happy_rupana Topic bahut accha hai ❤
- mamtapoet Good night
- amateur_skm वाह दीदी ♥️सपने
#rachanaprati110
आप सभी का तहदिल से शुक्रिया
इस पाठशाला को सफल बनाए रखने के लिए ,,
आप सब कि कलम लाज़वाब खूबसूरत है
आप सब ही विजय हो
#rachanaprati110 पाठशाला को आगे बढ़ाने के लिए
#aryaavermaa12 G को आमंत्रित करता हूँ .....
©goldenwrites_jakir20 7 7- jigna_a Bhai aapko badhayi sanchalan hetu
- greenpeace767 Bht baht badhai sanchalan ke liye❤
- aryaaverma12 Safal sanchalak ki bhashaiya apko
- mamtapoet Safal sanchalan ki bahut badhaai
- anusugandh आपको बहुत-बहुत बधाई हो भाई संचालन के लिए बहुत सुंदर संचालन करते हैं आप
दिल कैसे न सुकूँ पाते
खुली मेहबूब की बाँहें थी
बोलो कैसे न डूब जाते
©mrig_trishna_