मत पूछो मेरी उदासी की वजह
मैं वो बद किस्मत इंसान हूं
जो अपनों पर भरोसा करके हार गया
©ibratkhan
ibratkhan
Dil ke jajjbat kuch ankahi ansuni baten mai tenu fir milonga
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ibratkhan 3w
EVERY SOUL WILL TASTE DEATH
बातें तुझसे हो या ना हो,
तेरी फिक्र हर पल रहती है।
©ibratkhan -
ibratkhan 13w
Last update
Dafan karne se pahle Mera Dil nikal lena
kahin khak mein Na mil jaaye
mere Dil mein rahne wale
©ibratkhan -
ibratkhan 13w
शायद अब लौट ना पाऊं कभी खुशियों के बाजार में
गम ने उंची बोली लगाकर ख़रीद लिया है मुझे .
©ibratkhan -
कितनी दूर जाना होता है
पिता से पिता जैसा होने के लिये ।
©ibratkhan -
ibratkhan 13w
मुझे लगा कुछ भी असंभव नहीं
दुनिया की हालत ऐसी है कि
किसी भी वक़्त कोई भी कवि
तारे - सा टूटता दिखाई दे सकता है ।
©ibratkhan -
ibratkhan 14w
टूट जायेगी तुम्हारी जिद की आदत भी उस दिन
जब पता चलेगा की याद करने वाला अब याद बन गया . !!
©ibratkhan -
ibratkhan 15w
किसी शायर से तुम , उसके राज़ ना पूछो
कल ख़ुद ही लिख देगा , बस आज ना पुछो
©ibratkhan -
ibratkhan 16w
Yaad
Itna Na Yaad Aao Ke Khud Ko
Tum Samajh Baithun,
Mujhe Ahsaas Rehne Do
Meri Apni Bhi Hasti Hai.
©ibratkhan -
ibratkhan 16w
ये जो बीत रहा है ,
वो वक्त नहीं , जिंदगी है ....
©ibratkhan
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कोई इश्क़ में पागल है तो कोई माने जोग
जीवन के इस एक धरा में,तरह-तरह के लोग
©mai_shayar_to_nahi_ -
mai_shayar_to_nahi_ 5w
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@pritty_sandilya @alkatripathi79 @dubeyji12 @ibratkhanमुकम्मल गजल
रूह पाकीजा है तू इसका जरा मोल न कर
प्यार बिकता नही है जिस्म के बाजारों में!
मै तो मशरूफ था बस अपने खयालों में ही
कर लिया शामिल मुझे दिल के बीमारों में!
देखना है तो मेरी आँखो में जरा देखिये
क्या रखा है यहाँ फरेब के नजारों में?
हमने बस सच कह दिया था उनके मुँह पे ही
वो मुझे मानते है अपनी बर्बादी के गुनहगारों में!
उनसे यारी रखके कुछ नही हासिल होगा
साथ छोड़ देते है जो बीच मझधारों में!
हमने आगाह किया था उनको कयामत से भला
दिल दरिया था और आँखे लबरेज थी अंगारो में!
दिल मेरा आ गया एक हिजाब वाली लड़की पे
हलचल सी मच गई है मजहब के ठेकेदारों में!
जर्रे -जर्रे में बसता है खुदा का अक्स मगर
उनको सब ढूंढ रहे मस्जिद और मीनारों में!
©mai_shayar_to_nahi_ -
निगाहें हमीं पे जमाये बहुत है
पीठ में खंजर समाये बहुत है
क्या करे भला हम गैरों से गिला?
हम अपनों से ही सताये बहुत है
©mai_shayar_to_nahi_ -
अतीत के उलझे धागों से जख्म नही सिला करते
गर अपना मुझे मानते तो यूँ म न मुझसे गिला करते
सच्चे दिल से यारी निभाने का वो दौर बीत गया
कदम कदम में अब यहाँ फरिश्तें नही मिला करते
©mai_shayar_to_nahi_ -
आजकल लोग बड़ी गफलत में रहते है
कमी खुद में है दोष किस्मत को देते है!
मुश्किलों की आंधियों में पाव जिनके टिके रहे
ऐसे दिलेर जवां को ही " फौलादी"कहते है!
©mai_shayar_to_nahi_ -
प्रिये
अगर तुम पापा की परी हो
तो मै भी बंदा एक " ढीट" प्रिये
सिर्फ ख्वाबों में ही आती हो
कब करोगी real में "meet"प्रिये?
खुद को श्रेष्ठ तुम कहती हो
पर कमतर न मुझे" मान" प्रिये
माना तुम हुस्न की मल्लिका हो
तो मै भी तीस मार "खान" प्रिये!
गर प्यार हो ती खुल के कह दो
न करो जरा तुम "late" प्रिये
स्वागत को तत्पर रहना तुम
knock करूंगा दिल का gate प्रिये!
मै खादी के गमछे जैसा
तुम सतरंगी "लिबास" प्रिये
कब तक दूर से देखोगी
आ जाओ न मेरे " पास" प्रिये
मै late night तेरे मैसज का
करता रहता हूं "wait" प्रिये
तुम एक बार में पांच लड़कों से
करती रहती हो "chat"प्रिये
तुम नये दौर की फैशन हो
और मैं culture हूं "old" प्रिये
तुम जब भी नैन मटकाती हो
हो जाते सब"clean bold" प्रिये
©mai_shayar_to_nahi_ -
प्रिये
मेरा खेलकूद में बचपन बीता
अब जिंदगी खेल रही "खेल" प्रिये!
जो जन्नत सा कभी लगता था
वो घर लगता अब "जेल" प्रिये
तिरछी नजरों से अक्सर तुम
करती नयनों का "मेल" प्रिये!
मेरा ऊब रहा है मन तन्हाई से
क्या दिल तेरा है "for sale" प्रिये?
ये महंगाई की मार गहन है
और सकता नही मै "झेल "प्रिये
आओ पैदल ही हम चले date पे
क्योंकि गाड़ी में नही है "तेल" प्रिये!
©mai_shayar_to_nahi_ -
इधर उधर की बातों में मुझे उलझाया न करो
"हां या ना " खुल के कहो,वक्त न जाया न करो
©mai_shayar_to_nahi_ -
बेहतर होगा की मां की सच्ची कदर करो
सिर्फ तस्वीरे लगाना ही मोहब्बत नही होती
©mai_shayar_to_nahi_ -
फितूर नया है इश्क का पर तेवर वही पुराने है
माना वो मुझको भूल गई पर हम उस के दीवाने है
©mai_shayar_to_nahi_
