खफा रहने लगे हैं हम खुद से इस कदर....
अब खुद से भी मिलते हैं तो अजनबी कि तरह...
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man_ki_pati
Dard + Ashu = Muskaan
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man_ki_pati 35w
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सुकून के लिए.....
हम ज़िन्दगी कि खुशामद नहीं करते...
ये तसल्ली हमें मौत ने दे रखी हैं....
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man_ki_pati 37w
बेटे.... बेटियां....
बेटे को जन्म देकर.....
कुछ लोग ऐसे खुश होते हैं...
जैसे कि ब्लेंक चेक पर साइन कर के दिया हो...
और......
बेटी के होने पर ऐसे अफ़सोस...
मानो वो ब्लेंक चेक वही हो...
यूं तो अब के ज़माने में दोनों ही बराबर हैं...
लड़का रसोई में निपुण...
और.....
लड़की दफ़्तर संभाल रही हैं....
फिर भी कुछ लोगो को ये बात रास नहीं आती हैं ...
आखिर छोटी सोच एक रात में बढ़ थोड़े ही जाती हैं...बेटे... बेटियां...
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man_ki_pati 38w
फिर किसी को "हम" जैसी...
"ख़ामोशी" ना देना ऐ ज़िन्दगी....
कि हर "सांस" ही "घुटन" बन जाए...
ना करना इस तरह "बेबस" किसी को कि..
तेरा हर लम्हा एक "चुभन" बन जाए..खामोशी....
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man_ki_pati 39w
"मन कि पाती"....
बहुत जी लिए ज़िन्दगी...
अब किसी कि चाहत भी नहीं...
अब तो बात करते हुए भी सहम जाते हैं...
कि हमारे कुछ कहने से किसी को आहत तो नहीं......
ये परवाह करते करते आ गए इस मुकाम पर..
जहां से वापसी कि कोई उम्मीद भी नहीं...
अब तो ज़िन्दगी भी एसी लगने लगी हैं ..
मानो इसको अब हमारी जरुरत ही नहीं..
ना जाने इस संसार में कितने ही बेवजह जीते हैं..
कही हम भी तो उनमे से नहीं..
एसा हम ही नहीं..
ना जाने कितने सोचते हैं अपने बारे में...
कुछ बयान कर जाते हैं..अपने मन कि पाती को..
और कुछ उसे अपने साथ ही लिए दुनिया से कूच कर जाते हैं.."मन कि पाती"....
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शब्द....
ये शब्द बड़े ही कीमती होते हैं...
कभी किसी का आशियाँ सजा देते हैं शब्द...
तो कभी किसी का आशियाँ उजाड़ देते हैं शब्द...
कभी प्यार से दिल को सराबोर करते हैं शब्द...
तो कभी तेज़ धार से मन छलनी करते हैं शब्द..
कभी मन के चमन में बाहर ले आते हैं शब्द...
तो कभी उसी दिल को तार तार करते हैं शब्द...
कभी शत्रु को भी अपना मित्र बना लेते हैं शब्द..
तो कभी मित्र को भी शत्रु बना देते हैं शब्द...
इन शब्दों कि महिमा बड़ी निराली हैं दोस्तों...
कभी मीठी मीठी धुन सुनाकर लुभा लेते हैं शब्द...
कभी इंसान को किसी चक्रव्यूह में फसा देते हैं शब्द...
कभी "प्यार"....
कभी "धोका"....
कभी "गुस्सा"..दिलाते हैं शब्द...
कभी दिल पर लगी चोट पर "मरहम" लगाते हैं शब्द..
कभी किसी को सम्मान के सिंघासन पर बैठा देते हैं शब्द...
तो कभी किसी के सम्मान कि धज्जिया उड़ा देते हैं शब्द...
इन शब्दों का इस्तेमाल संभाल कर करो दोस्तों...
इनसे सदा जोड़ो किसी का दिल ना तोड़ो दोस्तों..
शब्दों में बड़ी ताकत इनका सदुपयोग करो तुम.
दिलो को ठेस पंहुचा कर इनका दुरूपयोग ना करो तुम..
इन शब्दों कि महिमा से ऊंचाइयों पर पहुंचते हो तुम..
ऊंचाइयों को प्राप्त कर फिर अपने स्थान से ना गिरो तुम..
डरना सीखो उस ईश्वर के न्याय से तुम..
किसी को आंशू दे अन्याय ना करो तुम..
किसी कि आह बनकर न उसके मन में बसों तुम..
जो कहते हो वही करो.. अपने शब्दों पर डटो तुम..
विश्वास टूटे किसी का ऐसे शब्द न कहो तुम..
किसी को विश्वास दिलाकर.. विश्वास को न तोड़ो तुम..
बनोगे सच्चे तो दिल में सबके.. बस जाओगे..
इंसानियत रखोगे दिल में तभी तो इंसान कहलाओगे..शब्द.....
"शब्दो"..का "वजन".. तो बोलने के भाव से पता चलता हैं..
बाकि "वेलकम"... तो... "पायदान" पर भी लिखा होता हैं..
शब्द से "ख़ुशी"..
शब्द से ही "ग़म"..
शब्द ही "पीड़ा"..
शब्द ही "मरहम"..
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man_ki_pati 39w
जानवर ही बेहतर हैं....
आज के दौर में....
क्यूँ कि इंसान और उनकी इंसानियत मर चुकी हैं...इंसानियत...
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man_ki_pati 40w
दर्द...
तकलीफ...
उदासी....
जुल्म.....
काश.....
मज़बूरी.....
अफ़सोस.....
ऐसा कोई भी शख्स नहीं जो इन
सभी चीजों से आज़ाद हो....
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मौत...
©man_ki_pati -
ज़िन्दगी....
©man_ki_pati
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parle_g 17w
फिर लग गयी है मुहब्बत जावेदानी हमको
इक़ अरसे से बैखोफ हो गयी थी मैं....
©parle_g -
parle_g 17w
क़ाबिल-ए-इश्क थे नही हम भी मगर
वो जिसे देखले,तो तुर्फ़ा हो जाये सब
©parle_g -
parle_g 17w
कोई बैचैनी में मर गए है शायर कितने
ये दिल-ए-नादाँ तुझे कोई हसरत न मारे
©parle_g -
psprem 17w
जिन्दगी
देखने में लगती बड़ी आसान है ये जिन्दगी।
मगर किसी के लिए तूफान है ये जिन्दगी।
किसी को मिल जाती है बिन मांगे मुराद यहां।
और किसी के प्यार का अरमान है ये जिन्दगी।
वक्त के हिसाब से यहां सब कुछ होता है।
और किसी के लिए मेहरबान है ये जिन्दगी।
किसी को तन्हा बना के रखती है काबू में,
और किसी के लिए मेहमान है ये जिन्दगी।
किसी को तरसाती है हर चीज के लिए,
किसी के लिए साजो ओ सामान है ये जिन्दगी।
किसी को ये इज्जत बख्स्ती है बेहिसाब,
किसी के लिए बदनुमा निशान है ये जिन्दगी।
कोई डरता है जरा सी आहट होने से ही,
किसी के लिए होंसलों की उड़ान है ये जिन्दगी।
कोई मर मर कर जीता है जिन्दगी को,
और किसी के दिल में भरा गुमान है ये जिन्दगी।
किसी को मिलता नहीं कुछ भी अंधेरों के सिवा,
किसी के लिए उजालों का रोशनदान है जिन्दगी।
किसी को चाहकर भी मिलता नहीं कुछ भी,
किसी के लिए "प्रेम" की पहचान है जिन्दगी।
©psprem -
suvarna_chavan 17w
Yaaro ki samjh
Na samjha ho jaati hai
Pyar hota hi kisi aur se
Aur shadi kahi aur hi ho jati hai
©suvarna_chavan -
bad_writer 17w
किसी को बता नहीं सकता कि कितनीं मोहब्बत है तुमसे...
बस इसीलिए हर रोज़ किनारे रेत पर तुम्हारा नाम लिख आता हूँ अपनें नाम के साथ...!!
©bad_writer -
pain_addicted 19w
वजह ढूंढ रहे हो न....,
मुझसे बात करने की....,
तों सुन....,
तू भी एक वजह है....,
ये दिल धड़कने की....!
©pain_addicted -
pain_addicted 18w
मै मरा नहीं हूँ...,
सांस मुझमे अब भी बाक़ी है...,
गिरा हूँ बेशक...,
मै हजारों दफा...,
हिम्मत मुझमे अब भी बाक़ी है...,
माना किस्मत में...,
शायद लकीरें नहीं...,
स्याही तों उसमे अब भी बाक़ी है...!!
©pain_addicted -
pain_addicted 18w
प्रेम करते भी हो...?
ज़रा बतलाना...,
या...,
सिर्फ आता है...,
तुम्हे जतलाना....!
©pain_addicted -
pain_addicted 18w
पढ़ सको तों...,
पढ़ लेना...,
खैर...,
कोरा ही समझ लेना...!
©pain_addicted
