अक्सर मोहब्ब्त के बाद नफरतों का दौर आता है जो मोहब्ब्त करने वालों को जीते जी मार जाता है।
सहम सा जाता था वो शख़्समेरे एक पल के रूठने सेहफ़्तों से ख़ामोश बैठी हूं उस बेरहम ने खबर तक ना ली ।©zazbaat_