बसा बसाया घर छोड़कर
अपनी जमीन से अलग होना पड़ा...
जो मर गया वह मर गया ,
जो बच गया उसे भी सब खोना पड़ा...
कुछ साथ है तो कुछ अपनों से जुदा हुआ...
न जाने क्यों इस कदर खफा खुदा हुआ...
जिंदगी और मौत के बीच,
एक इंसान देखो किस कदर गुमशुदा हुआ...
संबंध कोई दूर-दूर तक ना हो बेशक,
नाता इंसानियत का पर तुम भूलना नहीं...
और कुछ ना कर पाओ तो भी,
करनी पर तुम दुआ भूलना नहीं...
©arzoo_machra