डोर
'डोर'तूने ढीला छोड़ा है या सख्त
सम्हाल लो चीजें रहते वक्त।
लाचारी, बेबसी सरीखे शब्दों से गुरेज मुझे
झुकने न देना सिर मेरा
ऐसे शब्दावलियों के आगे।
©nisha45
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