हमदर्द
जिसको समझें हो हमदर्द अभी
वो तंज कभी कस जाएगा
जो आखें नम होंगी तभी
उसपे तक हस जाएगा
एक जैसे ना होते सभी
तू सबको कैसे खुश रख पाएगा
तूने ये सोचा नहीं
यूं दो पल में बस यूं कभी
ये प्यार कैसे हो जाएगा
दुनिया के दिल की बातें सभी
खुदा नहीं तू जो जान जाएगा
हमने जाना जान ले तू भी
हमदर्द की आदत पड़ जाएगी
तो दर्द बढ़ता जाएगा
©shailesh__pathak