अगर फिर कहीं मिलना हुआ
अगर फिर से कभी मिलना हुआ,
तो देखना मत मेरी और,
चाहे हज़ार दफ़ा मूड के देखूँ तुजे,
सुनना मत मेरी आवाज़,
चाहे हज़ार दफ़ा पुकारूँ तुजे,
अजनबी को अजनबी ही बने रहने देना,
कभी क़रीब मत आने देना, मत आने देना, मत आने देना।
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