उसकी बाहें पुष्प की डाली की सी हैं
जिनमें महकती है इश्क़ की खुशबू
जगाए मुझे नींद से ख़्वाबों में आकर
इस दिल की बस यही है आरज़ू
©7saptarangi_lekhan
उसकी बाहें पुष्प की डाली की सी हैं
जिनमें महकती है इश्क़ की खुशबू
जगाए मुझे नींद से ख़्वाबों में आकर
इस दिल की बस यही है आरज़ू
©7saptarangi_lekhan