शाम होते ही ये शराब मेरे हाथ होती है,
रात का पता नहीं उसकी याद साथ होती है।
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फिलाल सुकून के लिए ये शराब को सहारा बना रखा है,
बेहकता तो नही फिर भी रात भर खुद को जगा रखा है।
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एक तरफा मोहब्बत के किस्से मुझे मत सुनाओ,
मैने उसके बाद खुद से भी मोहोब्बत नहीं की,
सुना है अब वो उसके साथ भी नहीं रहती,
मान ना पड़ेगा वफा मुझसे नहीं तो किसी से नहीं की।
- Anonymous -
ये बिजली की गर्जन ये बारिश जोर से हो रही है,
शायद किसी आशिक की रूह जोरों से रो रही है,
खो रही है किसी की खुशियां हमेशा के खातिर,
मेरी तरह किसी की मोहोब्बत अधूरी रह रही है।
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मैं खुद से काफी खफा हो गया हूं,
तुम मुझे वफा सिखा दोगी क्या,
नींद नहीं आती आज रात भर,
तुम फिर सुकून से सुला दोगी क्या,
रो रहा हूं मैं काफी वक्त से,
तुम मुस्कुराने की वजह दोगी क्या,
ख्वाब सजा रखे है तुम्हारे साथ जीने के,
तुम उन्हें हकीकत बना दोगी क्या।
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किसी ने कहा वक्त लिख दो तो किसी ने कहा कि खुशियां,
भाग रहा था अब तक रुक गया, तेरे और उसके दरमियान।
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खुश हो जाता हूं मैं अक्सर लोगो के चेहरे पे मुस्कुराहट देख कर,
दरवाज़ा बंद कर लेती है खुशियां मेरी कदमों की आहट देख कर।
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मार रहा हूं जज्बातों को अब ये दर्द किस से बोल दूं,
दिल में दफन मोहोब्बत को तेरे बिन कैसे खोल दूं।
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rishav_sharma 10w
दूर होकर भी अब खुश रह पाती हो क्या,
बेझिजक बातें अब किसी से कर पाती हो क्या,
किसी और को भी देख कर मुस्कुराती हो क्या,
किसी और की बाहों में सुकून से सो पाती हो क्या,
किसी और को देख कर भी शर्माती हो क्या,
किसी और से भी लड़कर उसे मानती हो क्या,
अच्छा ये सब छोड़ो तुम ये बताओ,
फिर से जिंदगी में वापस आती हो क्या।
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rishav_sharma 11w
आज फर्क नहीं पड़ता किसी के दिए जख्म से,
जब पड़ने लगता है तो तुम्हे याद कर लेता हूं,
सबके आंसू पोंचता फिर रहा अपने साफ मन से,
मन करता है रोने का तो तुम्हे याद कर लेता हूं।
©rishav_sharma
