बच्चे पेड़ है , तो मां उसकी जड़ है।
मां फूल है, तो बच्चे उसकी सुगंध है।
बच्चे की सुखद काया है तो,
मां पेड़ की छाया है।
shreya_seth
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shreya_seth 1w
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shreya_seth 6w
देखा है मैंने, लोगो को इश्क में तबाह होते हुए,
हां देखा है, इश्क़बाज़ो को इसी तबाही का गवाह बने हुए।
©shreya_seth -
shreya_seth 7w
हां इसी आसमां के छावं में,
कुछ सासें सुकुं के भरलू।
तुम उन तारो को देखते रहो,
मै अपने चांद का दीदार करलू।
इन आंखों से कुछ कहते हुए,
इस गुलाबी शमा में खोते हुए।
एक बहाना कोई तलाश करलु,
जो दूरियां दर्मियां है हमारी,
इनको ज़रा कम करलु।
अब जो इतने पास हो तुम,
तो कह दू कितने खास हो तुम,
तुम पढ़ना मेरी कविता को ,
इसी आसमां की छावं में,
एक ख्वाब देखा है मैने,
इसी आसमां की छांव में।
©shreya_seth -
can we skip the good part!
from my life !
yes you can skip the good part from my life it just like 15 seconds youtube ad. with skip option.
©shreya_seth -
फर्क पड़ता है,
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शादी करदो इसकी, गुड़िया 20 की हो गई है,
शादी करदो इसकी,क्योंकि 91 वर्षीय आजी मरने से पहले दामाद देखना चाहती है,
शादी करदो इसकी, गुड़िया की पढ़ाई थोड़े ही रुकेगी,
शादी करदो इसकी, 2 बिटिया और भी तो है।
शादी करदो इसकी।
शादी करदो इसकी, लड़के वाले जादा डिमांड नहीं कर रहे।
शादी करदो इसकी, एक चारपहिया ही ना मांगे है आखिर लड़का सरकारी क्लर्क है,
शादी करदो इसकी, ऐसा रिश्ता बार बार थोड़े ही आता है,
शादी करदो इसकी
शादी करदो इसकी, जमाना बड़ा खराब है, इज्जत से गुड़िया की डोली उठ जाए,
शादी करदो इसकी , देखा नहीं परसो मिश्रायीन की लड़की भाग गई,
शादी करदो इसकी ,वरना बढ़ती उम्र में रिश्ते अच्छे ना मिलते।
शादी करदो इसकी, क्या ही फर्क पड़ता है गुड़िया क्या चाहती है,
©shreya_seth -
Pseudo
I know that things don't go right in life,
But I still remember how to smile.
©shreya_seth -
shreya_seth 12w
ज़िन्दगी एक जुआ.
वो बुझते चिराग के धुएं से,
डूब जाता है गमों के कुएं में।
ये अंधेरों की शाज़िश थी,
जो फिर हारा वो , जुए में।
©shreya_seth -
Glass ceiling
अस्तित्व है, परन्तु!
आभास.....
चंद उपभोक्ताओं को है।
©shreya_seth -
पूरे मन से हँसा करती थी
मै भी खुश रहा करती थी.....
©shreya_seth -
सफ़र
तृष्णा मंजिल की ऐसी है,
कुछ सागर जैसी गहरी है।
एक ऐसी दौड़ में शामिल है,
यहां घड़ी कभी ना ठहरी है।
पथ के सारे स्वर सिमटे से,
पतझड़ की छाया गहरी है।
दिन ढलते देखो शाम है आई
कल की थकान वहीं ठहरी है।
©shreya_seth
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roshnisharma 10w
I am sorry that the world wasn't always kind to your heart ..I am sorry that you gave soo much of yourself to people who made you feel like you were difficult to love,to people who made you feel like you had to apologise for the way you cared. I am sorry that you experienced certain things at the hands of love that caused you to stop believing in its kindness. I am sorry that love wasn't your safe place always , I am sorry that love wasn't always compassionate.
I am sorry that the world sometimes forget to protect your soul. That the universe sent you certain human beings who were hurt,and they in turn hurt you . I am sorry that you had to carry all of that weight inside of yourself . I am sorry for the things you had to endure ,for the ways in which the world met you with experiences and you were not prepared for, circumstances you could not weather on your own ..
I am sorry that the world took so many pieces of you, that it walked away with so much of your hope when you needed it the most, when you were not held there. But know that there's life beyond what you are feeling at the moment ..
© Roshnisharma
#miraquill
#writersnetworkTake time to read,this is for y'all ❤️
©roshnisharma
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Perfect pleasure
There's no guy as a perfect guy
You may not be your gf's dream guy
But you should make her every night a memorable one always .
Sex doesn't happen just between two bodies , try to reach her soul , devote urself to her fully , explore every inch of her beautiful curves , show her how you fantasize her every inch of curves , use your fingers or tongue , every possible things you have , but don't stop until she moan with your name on and on .
Take her to that extreme high to make her feel pleasure of pain , every minute . Carry on till that moment till she grab you and whisper in your ear "I love you".
©erotic_ -
princehamdard 11w
dur
डर भी लगता है तेरे खोने से
ज़लील भी होता हूँ तेरे होने से
©princehamdard -
jazbat 116w
वेदना
विरह की
विराग से भरती
विदित हो ये सबको
विचारों को ये कड़वा करती
विलय हो जाती इसमें सहिष्णुता
विमुख हो जाती इच्छा
विशाल लगता दिन
विकृत होती
विक्षा
©jazbat
Ranjana B. -
उत्तर प्रदेश
यूपी की बात निराली है, यह भूमि इतिहास की वाणी है।
रघुकुल की है रीत यहाँ
कृष्ण की है प्रीत यहाँ
आजादी का आगाज यहाँ
हिंदी है आवाज़ यहाँ
ताजमहल का स्थान यहाँ
बनारस का पान यहाँ
कुंभ का निवास यहाँ
लट्ठमार है खास यहाँ
अवध के थे नवाब यहाँ
लखनऊ के कवाब यहाँ
यूपी की बात निराली है, यह भूमि उपजने वाली है
यह भूमि मुझको प्यारी है, यह भूमि मुझको प्यारी है।
©himanshibajpai -
that_someone 68w
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अपनी पसंद के कपड़े पहन नहीं सकती
पहन भी लूं गर तो बाहर टेहेल नहीं सकती
.
होठों को रंगों से भरूं
तो उसे गलत बताया जाता है
तू पराए घर जायेगी इक दिन
ये हर रोज जताया जाता है
.
दूसरों के बेटियों को जलील होते देख
मां मेरी भी रो देती है
बेढ़गी कपड़े पहन लूं कभी तो
वो अपनी सब्र खो देती है।
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कुछ कर भी लुं अपनी मन की
तो दुनिया बुरा मान जायेगी
कुछ भी खुदसे ना करूं अगर
तो ये क्या ख़ाक आगे जायेगी!
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इन उलझनों के बीच कहीं तो हूं मैं
नजाने कहां हुं मैं ||उलझन
बेटी, बाहर मत जाओ.... बोहोत लोग है बाहर।
Also...
बेटी, बाहर मत जाओ। बाहर कोई नहीं है।
इन चेतावनियों के बीच कहीं तो हुं में
|| नज़ाने कहां हुं में ||
©_adyarshini_ -
odysseus_2 64w
चली बाबुल की गलियों से निकल कर वो पिया के घर
लबोंपर तो है खामोशी मगर सैलाब है अंदर
हैं सखियां तो कई लेकिन कहां वो साथ आएंगी
गली के मोड़तक आकर सभी घर लौट जाएंगी
विदा कर देंगी दुल्हन को दिलों पे रखके वो पत्थर
वहां नैहर में बाबुल की हैं आंखें आज भर आई
शरारत जिसकी फितरत है बना बुत आज वो भाई
चहकना भूलकर पंछी हैं चुप बैठे हुए छतपर
वहीं मैया की हालत तो बयां करना भी है मुश्किल
भरे हैं अश्क़ नैनन में दुआएं मांगता है दिल
रहे आबाद गुलशन सा हमारी लाड़ली का घर
उसे बाबुल की गलियों से भले ही दूर जाना है
ये सच है आजसे उसका अलग कोई ठिकाना है
मगर मां बाप के मन से न होगी दूर वो पलभर
नए रिश्ते निभाने हैं नई दुनिया बसानी है
उसे साजन के अंगना में नई बगिया सजानी है
बनाना है उसे वो आशियाना स्वर्ग से सुंदर
©charudatta_kelkar
(odysseus)
#song #bidaai #hindi #hindiwriters #life #poetryचली बाबुल की गलियों से निकल कर वो पिया के घर
लबोंपर तो है खामोशी मगर सैलाब है अंदर
हैं सखियां तो कई लेकिन कहां वो साथ आएंगी
गली के मोड़तक आकर सभी घर लौट जाएंगी
विदा कर देंगी दुल्हन को दिलों पे रखके वो पत्थर
वहां नैहर में बाबुल की हैं आंखें आज भर आई
शरारत जिसकी फितरत है बना बुत आज वो भाई
चहकना भूलकर पंछी हैं चुप बैठे हुए छतपर
वहीं मैया की हालत तो बयां करना भी है मुश्किल
भरे हैं अश्क़ नैनन में दुआएं मांगता है दिल
रहे आबाद गुलशन सा हमारी लाड़ली का घर
उसे बाबुल की गलियों से भले ही दूर जाना है
ये सच है आजसे उसका अलग कोई ठिकाना है
मगर मां बाप के मन से न होगी दूर वो पलभर
नए रिश्ते निभाने हैं नई दुनिया बसानी है
उसे साजन के अंगना में नई बगिया सजानी है
बनाना है उसे वो आशियाना स्वर्ग से सुंदर
©charudatta_kelkar
©servant_of_words_csk -
I love myself the way I am
I love my anger
It makes me stronger....
I love my ego
It gives me a logo....
I love my attitude
It shows my gratitude....
I love my nature
It can make my future
I am very much rude
It always makes my mood....
Yes I am ridiculous
It can make me tremendous....
©kriti_dinesh_shukla
