पुराना-नया वर्ष
अब तक जो बीत गया
वो हर लम्हा जैसा भी था...
बहुत ही संकट और संघर्षो से भरा था
फिर भी वो पुराना साल बीत गया...
कितने ही अनहोनी घटनाओं का
हमने मिलकर किया,डटकर सामना
इस साल ना जाने
कितना कुछ सहन किया हम सभी ने
फिर भी वो मुश्किल हर लम्हा बीत गया..
नहीं कभी देना तुम उलाहना
उन बीते लम्हों का
और इस पुराने साल का
जो था भाग्य में वही हमपर घटित हुआ
फिर क्यों कोसना इस पूरे साल को
बहुत ही आदर और सम्मान के
साथ अलविदा करना इस साल का
ताकि आनेवाला ये नया साल
सारे संकट को पल भर में दूर करे
और हमारे जीवन में लाए
सिर्फ खुशियाँ ही बेशुमार
मिलजूल कर करना ओ मेरे प्यारो
इस नये साल का सुआगमन
©tiwaripriti
tiwaripriti
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शुभ दिवाली
दीपो का ये त्योहार दिवाली
खुशियो का ये भंडार दिवाली
रोशन आज की रात दीपो से
सजी है रंगोली हर द्वारे पे
लाये मन मे खुशियाँ ये दिवाली
ना हो कोई भी बंधन इस दिवाली
लक्ष्मी माँ और गणेश जी की
आओ कर ले हम सच्चे मन से पूजा
इनसे ही चलता है ये संसार पूरा
दीपो का ये त्योहार दिवाली
©tiwaripriti -
tiwaripriti 94w
#prayasss71
#prayasss70
@mitttal_saab @amateur_skm @mamtapoet
@maakindhi @in_my_heart @jigna_ आप सभी की रचनाएँ एक से बढ़कर एक थी माता रानी के स्वरूप का वर्णन आप सभी ने बहुत ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया आप सभी की रचनाओं को पढ़कर मन को बहुत अच्छा लगा आप सभी ने इस प्रयास की श्रृंखला को आगे बढ़ाने में सहयोग दिया आप सभी को तहे दिल से शुक्रिया
अब मैं मंच के अगले संचालन के लिए मैं @mamtapoet
जी को आमंत्रित करती हूँ। मुझे विश्वास है कि आप इस संचालन का दायित्व बखूबी निभाऐंगी। आप एक सुन्दर शीर्षक देकर इस प्रयास की श्रृंखला को आगे बढ़ाये।
आपको बहुत बहुत बधाई
धन्यवाद
©tiwaripriti -
tiwaripriti 94w
#prayasss70 माँ दुर्गा रूप @goldenwrites_jakir @mittal_saab @kanchanjha @rnsharma65
@mamtapoetमाँ दुर्गा रूप
हे महिषासुर मर्दिनी हे शक्ति स्वरूपिणी
हे माँ जगजननी हे संकट हारिणी
हे शुंम्भ निशुंम्भ विनाशिनी
हे अष्टभुजा रूप धारिणी
दुर्गा तू ही काली भी तुम्हीं
लक्ष्मी तुम्ही सरस्वती भी तुम्हीं
जग की आधारभूत शक्ति भी तुम्हीं
सृष्टि की मोह माया भी तुम्हीं
घोर रौद्ररूपा भी हो तुम्हीं
आदिशक्ती तुम्हीं जगदम्बा भी तुम्हीं
तुम ही हो आदि और अंत भी तुम्हीं
सारे देवता जन की हो शक्ति भी तुम्हीं
हो विश्व की सृजनकर्ता भी तुम्हीं
तुमसे ही है सृष्टि की सुंदर कल्पना सभी
सबसे सच्चा है बस तेरा ही दरबार माता रानी
करना अपने सारे भक्तों पर सदा ही उपकार माता रानी
©tiwaripriti -
tiwaripriti 95w
#prayasss70"माँ दुर्गा रूप" @goldenwrites_jakir @rnsharma65 @mittal_saab @kanchanjha @mamtapoet
माँ दुर्गा रूप
नवरात्री का आया पर्व सुहाना
माता रानी इस धरा पर आ जाना
अपनी कृपा हम पर बरसा जाना
छाया हुआ है घोर संकट इस महामारी का
अष्टभुजा रूप धारण कर इस महामारी रूपी दानव का
हर अस्तितत्व ही मिटा जाना
माँ तू तो है करुणामयी शक्ति स्वरूपा जगदम्बा
माँ तेरे जैसा नहीं कोई इस जग में दूजा
चाहे कोई भी निर्धन हो या कोई भी धनवान
माँ तों रखती सब पर दृष्टि एकसमान
इस घोर कलियुग में नहीं रहा
कोई भी धर्म या ईमान
हर तरफ मचा हुआ है
बस अत्याचार और कोहराम
माँ बस तु ही है जो लगा सकती है इस जग का बेड़ा पार
इस मतलब भरी दुनिया में बस माँ तेरा ही सहारा है
इस नवरात्री पर अपने हर भक्तों पर माँ
कृपा दृष्टि और खुशियों से झोली भर जाना
जो करे सच्चे मन से माँ तेरी पूजा
उस पर अपनी दया दृष्टि बरसा जाना
©tiwaripriti -
tiwaripriti 95w
#prayasss70 "माँ दुर्गा का रूप" @goldenwrites_jakir
@rnsharma65 @munka_niraj @kanchanjha @mamtapoet#prayasss70
विषयः"माँ दुर्गा का रूप"
मीराकी परिवार के सभी लेखको को मेरी तरफ से सादर
सप्रेम तथा प्रयास की श्रृंखला को अभिनंदन ।
सबसे पहले मैं @goldenwrites_jakir ji को तहे दिल से शुक्रिया व्यक्त करती हूँ जिन्होंने मुझे संचालन का दायित्व सौपा है जिसके लिए मै उनका बहुत बहुत आभार व्यक्त करती हूँ
आज का #prayasss70 का Topic "माँ दुर्गा का रूप"
नवरात्री का पालन पर्व चल रहा है इसलिए मैं चाहती हूँ कि आप सभी माँ दुर्गा के स्वरूप, उनके ममतामयी रूप का वर्णन उनका गुणगान करे। इस सृष्टि की आधारभूत शक्ती माँ दुर्गा ही हैं जो हमेंशा अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाये रखती हैं आप सभी अपनी लेखनी के माध्यम से उन्हीं माता रानी के रूप का वर्णन कीजिए ।
मेरा आप सभी से विशेष अनुरोध है की #prayasss70 की इस श्रृंखला में अधिक से अधिक संख्या में योगदान देकर इसे आगे बढ़ाने की कोशिश करें।
©tiwaripriti -
tiwaripriti 95w
क्षमा दान
जिस इंसान में क्षमा दान करने का विशेष गुण होता है
समझ लो वह इंसान किसी भगवान से कम नहीं होता है
क्योंकि इंसान के अंदर इतना धैर्य नहीं होता है
जो हजारों गलतियाँ होने के बावजूद भी वह क्षमा दान करे
ये गुण तो सिर्फ भगवान में ही होता है
किंतु इस संसार में भी ऐसे विशेष गुणी
इंसान भी कभी कभार मिल जाते हैं
©tiwaripriti -
जय माता दी
मैया आई मेरे द्वारे
करके शेरो पे सवारी
मैया के स्वागत की
आओ मिल करे तैयारी
राहों मे माँ के फुल बिछा के
सबसे पहले तुम पूजा की
थाल सजाओ,उसमे रोली
और घी का दीप जलाओ
माँ की आरती करके
उनके चरणों मे भक्तो
शीश झुका कर माँ के
तुम चरण पखारो
माँ मेरी सुन लेती अपने
भक्तो की करूण पुकार
आओ भक्तो मिल करे
माँ का सुंदर श्रृंगार
माँ की महिमा तुम क्या जानो
निर्बल हो या कोई बलवान
निर्धन हो या कोई धनवान
माँ की दृष्टी में सब एक समान
माँ के आने से घर हो स्वर्ग समान
आओ भक्तो मिल करे माँ का गान
मैंया आई मेरे द्वारे
करके शेरो पे सवारी
©tiwaripriti -
माँ की महिमा
आ जाना,आ जाना
मैया आ जाना
हमने तुम्हें दिल
से है पुकारा
भक्तजनो का मैया
हो तुम ही सहारा
मैया अपनी कृपा
भी बरसा जाना
जो हमने मांगी मुरादे
उसे पूरी कर जाना
भक्ति में जो हैं डुबे
मैया उसे पार लगा जाना
आ जाना आ जाना
मैया आ जाना
हमने तुम्हें है दिल
से है पुकारा
आँखों में अश्रु हो
जिनके भी मैया
उनको भी मैया
खुशियाँ दे जाना
जिनकी झोली
हो सुनी मैया
उनकी झोली
तुम भर जाना
इस धरती को
भी मैया तुम तो
अपने कदमों से
स्वर्ग बना जाना
आ जाना,आ जाना
मैया आ जाना
हमने तुम्हें दिल
से है पुकारा
©tiwaripriti -
tiwaripriti 95w
मृत्यु
जीवन का सबसे बड़ा सच होता है मृत्यु
क्या लिखा है नसीब में ये तो वक्त ही बताएगा
राजा हो या रंक कोई भी सबका
अंत इक ही जैसा होता है
ये तो अटल सत्य है मृत्यु का कोई लाख करे कोशिश
फिर भी इसे कोई भी नहीं झूठला पाएगा
©tiwaripriti
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ये कैसा रिश्ता निभाते हो
कभी अपने कभी गैर बन जाते हो
कभी हजारों खुशियों का तौहफा देते
कभी गमों की बरसात बन जाते हो।
©neha_ek_leher -
soonam 81w
ना जात देखा, ना पात देखा
ना भाषा, धर्म, प्रांत देखा..
सबको अपने गले लगा कर
सबने हमारा हिन्दुस्तान देखा..!!
शरण दी हमने सबको..
भूखों को भी खाना खिलाया
स्वयं संकट में रह कर भी
सबको संकट से उबारा..!!
जब देश हमारा ग़ुलाम था
ना खान था, ना पान था..
अंग्रेजों के अत्याचारों से
दर्द में हमारा हिन्दुस्तान था..!!
देशप्रेम जब चढ़ा सर पर
सबने अपनी एकता दिखाई..
कि.. जोश से सबने लड़ाई
अंग्रेजों को धूल चटाकर
स्वतंत्रता हमारे देश को दिखलाई..!!
स्वतंत्र होकर भी ना शांत बैठा सबने
क्योंकि..अब था समय
देश संभालने की पारी..
2 वर्ष 11माह 18दिन लगाकर
आंबेडकर समिति ने बनाया संविधान, कानून हमारा
26 जनवरी 1950 में पूर्ण रूप से पारित कर
हमारा देश गणतंत्र कहलाया..!!
©soonam
@writersnetwork @writerstolli @mirakee @mirakeeworld
#republicday #freedomगणतंत्र दिवस
उठें सैकड़ों वीर हमारे
आजादी का स्वप्न संवारने..
बलिदान किया खुद को उन्होंने
आजादी का झंडे लहराने..!!
करें शुक्रिया उन वीर जवानों का
जिन्होंने यह दिन बनाया..
किया स्वतंत्रत और गणतंत्र हमारे देश को
चारों तरफ खुशियों से आजादी का जश्न मनाया..!!
©soonam -
soonam 81w
24th January.. NATIONAL GIRL CHILD DAY अर्थात..राष्ट्रीय बालिका शिशु दिवस..
सभी इस दिन को Whatsapp.. Facebook pages.. Instagram.. Twitter.. पर लिखकर- बोलकर.. celebrate कर रहे होंगे..
होंगे क्या..? सब करते ही हैं..!!
लेकिन वास्तविक जीवन में..हमारे देश में.. केवल कुछ लोग ही हैं जो..अपने परिवार में एक बेटी पैदा होने पर गर्व महसूस करते हैं..!!
कहते हैं..बेटे भाग्य से होते हैं..
लेकिन.. बेटियां सौभाग्य से..
ये दो पंक्ति का वाक्या बस कहने के लिए ही है..!!
क्योंकि.. इस सौभाग्य को कोई स्वीकार नहीं करना चाहता..
वे उन्हें बोझ समझते हैं..
सबकी बात तो नहीं कर रही..
पर 90% लोग ऐसे हैं जो बस बेटी पैदा हुई नहीं कि शादी- ब्याह..बच्चे.. दहेज.. और अपनी सोच उनपर थोप देते हैं..
उनकी तोह कोई सुनता ही नहीं.. क्योंकि वह बेटी है.. लड़की है..!!
आज सभी को सामान रुप से आगे बढ़ने का.. अपने लिए खड़े होने का.. सपने देखने का.. उन सपनों को पूरा करने का हक तो है पर अभी तक मिला नहीं..!!
क्यों..? क्योंकि..
कहने को..दुनिया आज बहुत आगे बढ़ गई है.. पर लोगों की सोच वही पुरानी.. और इसी पुरानी सोच को संस्कार का नाम दिया जाता है..!
संस्कार होना..ग़लत नहीं.. पर अपनी हर पुरानी सोच को संस्कार के रूप में थोपना..ग़लत है..!!
©soonam
@mirakee @writersnetwork @writerstolli @mirakeeworld #betiyan #motivational #education #nationalgirlchilddayबेटियां
उन्हें आगे बढ़ने के लिए.. आपके पुराने सोच की नहीं.. आपके साथ की.. आपके हौसले की जरूरत है..
एक बार उन पर अपनी सोच थोपने के बजाय..
अपनी सोच बदल कर देखें...
आपकी बेटियां हैं जनाब.. आपके बेटों से पीछे नहीं रहेंगी..!!
©soonam -
बेशक मेरे रूठने की वज़ह तुम नहीं
दिल मेरे टूटने की वज़ह तुम नहीं
हम कर बैठे थे इक खता दिल से
दिल लगाने के कसूर की वज़ह तुम नहीं।
©neha_ek_leher -
Happy republic day 2020
आज वही पावन दिवस है
मेरे देश के आत्मनिर्भर होने का
संविधान के लागू होने और
मेरे देश के निर्माण का।
देश के स्वतंत्र होने और
खुद की पहचान बनाने का।
देश के सभी भाई बंधुओ और
माताओ बहनों के हर्षोल्लास का
सभी को मुबारक हो यह दिन
देश के गणतंत्र दिवस का।
©neha_ek_leher -
मेरे वतन की आन-बान-शान तिरंगा |
हर एक नौजवान का ईमान तिरंगा ||
हरकत करे नापाक कोई दुश्मने-वतन |
ले लेंगे जान उसकी, निगहबान तिरंगा ||
लेते हैं कसम झुकने न देंगे इसे कभी |
हो जायेंगे कुर्बान है अभिमान तिरंगा ||
हिंदोस्ताँ के हम सभी जाँबाज़ मज़हबी |
पूजा कभी अरदास या अज़ान तिरंगा ||
बँटने न देंगे देश को मज़हब के नाम पे |
गुरुग्रंथ,गीता,बाइबिल, कुरआन तिरंगा ||
©saroj_gupta -
iamfirebird 83w
कलम नाज़ुक है मगर ग़मो का बोझ उठा लेती है
बड़े बड़े दर्दे-जिगर हलके लफ़्ज़ो में छुपा देती है
©iamfirebird -
jigna___ 83w
दुनिया अच्छा बुरा बहुत कुछ कहती है, बिना विचलित हो चक्रवर्ती आगे बढ़ता है।
मोदी जी ने कहा था मैं भी खाता हूँ.....
रोज़ की दो तीन किलो गालियाँ।©jigna___
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trickypost 83w
मैं क्या करूँ
तुझसे कितनी और किस बात की शिकायतें करूँ
तुझसे कितनी और किस बात की शिकायतें करूँ
तेरी आँखो में ना आ जाए सावन की घटाए,
डर लगता है आज भी हमें...........................
तेरी आँखो में ना आ जाए सावन की घटाए,
डर लगता है आज भी हमें............................
लेकिन......
तेरे जाने के बाद मैं तेरी इन यादों का क्या करूँ
बता दे हमें... तेरे जाने के बाद....................🥺
हमें तो अब सारे मौसम पतझड़ से ही लगते है
होंठ ना जाने कब से गूपचुप-गुमसुम से बैठे है
लगता है ये वीराने अपनी आग़ोश में बुला रहे है
वो झूठे वादे तेरे, मेरे इस हालत पर मुस्कुरा रहे है
इस दर्द की शिकायत तुमसे अब मैं कैसे करूँ
बता दे हमें...........शिकायत तुमसे कैसे करूँ
डर लगता है आज भी हमें.......................
तेरी आँखो में ना आ जाए सावन की घटाए,
लेकिन......
तेरे जाने के बाद मैं तेरी इन यादों का क्या करूँ
बता दे हमें... तेरे जाने के बाद.................🥺
सोचा ना था...बन अंजान तेरी गली से गुजरेंगे
सावन के बूँदो से सारे प्रेम के बंधन तोड़ देंगे
जाने कैसी ख़लिश तन बदन में घुलती जा रही है
तेरे ना होने के एहसासों तले आँखे मुरझा रही है
तेरे इन दिए ज़ख्मों पर कौन सा मरहम मलूँ
तेरे इन दिए ज़ख्मों पर कौन सा मरहम मलूँ
मैं मरहम की तलाश करूँ या मरहूम बन चलूँ
बता दे हमें...........शिकायत तुमसे कैसे करूँ
डर लगता है आज भी हमें.......................
तेरी आँखो में ना आ जाए सावन की घटाए,
लेकिन......
तेरे जाने के बाद मैं तेरी इन यादों का क्या करूँ
बता दे हमें... तेरे जाने के बाद.................🥺.
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❣️
जो कह दिया वह *शब्द* थे ;
जो नहीं कह सके
वो *अनुभूति* थी ।।
और,
जो कहना है मगर ;
कह नहीं सकते,
वो *मर्यादा* है ।।
*जिंदगी* का क्या है ?
आ कर *नहाया*,
और,
*नहाकर* चल दिए ।।
*बात पर गौर करना*- ----
*पत्तों* सी होती है
कई *रिश्तों की उम्र*,
आज *हरे*-------!
कल *सूखे* -------!
क्यों न हम,
*जड़ों* से;
रिश्ते निभाना सीखें ।।
रिश्तों को निभाने के लिए,
कभी *अंधा*,
कभी *गूँगा*,
और कभी *बहरा* ;
होना ही पड़ता है ।।
*बरसात* गिरी
और *कानों* में इतना कह गई कि---------!
**गर्मी* *हमेशा
किसी की भी नहीं रहती* ।।*
*नसीहत*,
*नर्म लहजे* में ही
अच्छी लगती है ।
क्योंकि,
*दस्तक का मकसद*,
*दरवाजा* खुलवाना होता है;
तोड़ना नहीं ।।
*घमंड*-----------!
किसी का भी नहीं रहा,
*टूटने से पहले* ,
*गुल्लक* को भी लगता है कि ;
*सारे पैसे उसी के हैं* ।
जिस बात पर ,
कोई *मुस्कुरा* दे;
बात --------!
बस वही *खूबसूरत* है ।।
थमती नहीं,
*जिंदगी* कभी,
किसी के बिना ।।
मगर,
यह *गुजरती* भी नहीं,
अपनों के बिना ।।
*।। आपका प्रत्येक पल/क्षण शुभ हो ।।*
