Teri yaddon se he hum jinda hai verna kab ke
Mar chuke hai janab .
Tujhse lipat ke ji jate kash ek baar tune mujhe
Dil se lagaya hota
Sukoon jindagi bhar ka mere dil ko mil jata
Kash sahre mai maine apna humnava
Tumko paya hota
©vaniiii
vaniiii
dil ke dard ko sabdo mai piro leti hoon
-
vaniiii 92w
-
vaniiii 92w
Wo tan ka bhuka hai
Mai antaratma ko pyar
Se mahkana chahti hoon
©vaniiii -
vaniiii 92w
Yaade teri jati nahi hai mere dil se
Ek bebafa tu kabhi aata nahi hai
Nazar bhar ke dekh leti kash tujhko
Apni palko mai chupa leti
Apne nayno mai basa leti
Apni dhadkn mai jagah deti
Apne khwabo ko mai saja leti
Teri yaddon se yaara mere dildara
©vaniiii -
vaniiii 94w
Khush to bejuban
He karte hai
Jubaan wale to dil ko
Chalni krte hai .
©vaniiii -
vaniiii 153w
तेरी मुहब्बत को इत्र सा
सँजो रखा है खूबसूरत
काँच की शीशी में
जब जब तेरी यादों
में डूबती हूँ
महक जाती हूँ
तेरी यादों के
इत्र से महककर
बन्दगी करती हूँ तेरी । -
vaniiii 153w
कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। हमें जीतना बहुत
अच्छा लगता है लेकिन जीतने के बदले जो हम हार जाते हैं अपने
वो हृदयविदारक होता है ।नमन वीरों को
लाल मेरे घर आजा
तेरी माता तुझे पुकारे
पिता तेरे की
आस टूट गई
बेटा छोड़ चला साथ
बहन की राखी
भाई का प्यार
सब रह गया
यादों में अपार
पत्नी की सांसे
घुट गई पति की
सुन शहीद की खबर
छाती फटती
सुन उसकी रूदन
भरी आबाज
बच्चे बोलें बोल
तोतले माँ बाबा
कब आयेंगे द्वार
छाती चीरकर
कलेजा मुंह को
आता है सुन
बालमन की पुकार ।
©vaniiii -
vaniiii 153w
अल्फ़ाज
अल्फ़ाज कभी सोच को दिखा देते है
अल्फ़ाज कभी दुआ भी देते है यारो ।
अल्फ़ाज कभी प्रार्थना है
अल्फ़ाज कभी बददुआ भी है प्यारों ।
अल्फाजो को समेट लो यारों
ये हमारे जीवन की खूशबू है दोस्तों ।
अल्फ़ाज से प्यार और प्रीत है
अल्फ़ाज से ही मिले मनमीत है
अल्फाज़ौ में अपने लवो पर दुआ रखो
माँ हो सास प्यार बरकरार रखो प्यारे
अल्फ़ाज अपने बुजुर्गो के लिये मीठे रखो
खूशबू तुम्हारे किरदार की बिखरेगी ऐसे
तुम ही मोगरा और गुलाब हो जैसे
तेरा बजूद महकता रहे अल्फाज़ो से तेरे
अल्फ़ाज चन्दन है अल्फ़ाज ही वन्दन है
तुम लगा दो चंदन सा मस्तक पर परिवार में
होगी प्रणय की बौछार मिलेंगी खुशिया अपार
अल्फाजो से मिलती मिठास है जीवन हो जाता
मिठासमय
©vaniiii -
vaniiii 153w
गम गुम हो गया है जबसे
हाथ थामा है तेरा तबसे
धड़कने बढ गई है
चाहतें तेरी मिली है
बाहोँ में सिमटी जो तेरी
हर रँग मुझको प्यारा लगे हैं
आशिकी की थी तुमसे
तू ही मुझे प्यारा लगे हैं
जगत में तू ही मुझको
अपना लगे हैं ।
©vaniiii -
vaniiii 153w
अल्फाज़ौ की चोट
के मारे है हम
दर्दे ही सहारे है अब
तुझे खुदा समझा मैने
तू तो पत्थर है तुझसे
टकराई और टूट गई
अपने वजूद को समेट
समेट थक गयी हूँ
कतरा कतरा
बिखर गयी हूँ ।
©vaniiii -
vaniiii 153w
मैने जुबां से कत्ल
होते देखे है
खंजर भी क्या दर्द
देता होगा
शब्द दिल में
घुसकर हलाल
कर देते हैं
खंजर एक बार
दर्द देता है ये तो
बार बार कत्ल
करतें हैं दोस्तों ।
©vaniiii
-
man_ki_pati 35w
खफा रहने लगे हैं हम खुद से इस कदर....
अब खुद से भी मिलते हैं तो अजनबी कि तरह...
©man_ki_pati -
73mishrasanju 226w
परी
एक गर्भवती स्त्री ने अपने पति से कहा"आप क्या आशा करते हैं लडका होगा या लडकी"।
पति-अगर हमारा लड़का होता है तो मैं उसे गणित पढाऊगा,हम खेलने जाएंगे, मैं उसे मछली पकडना सिखाऊगा।
पत्नी -"अगर लड़की हुई तो "?
पति-अगर हमारी लड़की होगी तो
मुझे उसे कुछ सिखाने की जरूरत
ही नही होगी क्योंकि उन सभी में से एक होगी जो सब कुछ मुझे दोबारा सिखाएगी कैसे पहनना, कैसे खाना, क्या कहना या नही कहना। एक तरह से वो मेरी दूसरी मां होगी। वो मुझे अपना हीरो समझेगी चाहे मैं उसके लिए
कुछ खास करू या ना करू। जब भी मै उसे किसी चीज़ के लिए मना करूंगा तो मुझे समझेगी। वो
हमेशा अपने पति की मुझ से तुलना करेगी।यह मायने नही रखता कि वह कितने भी साल की हो पर वो हमेशा चाहेगी की मै उसे अपनी baby doll की तरह प्यार करूं। वो मेरे लिए संसार से लडेगी जब कोई मुझे दुःख देगा वो उसे कभी माफ नहीं करेगी।
पत्नी -कहने का मतलब है कि आपकी बेटी जो सब करेगी वो आपका बेटा नहीं कर पाएगा।
पति- नहीं नहीं क्या पता मेरा बेटा
भी ऐसा ही करेगा पर वो सिखेगा।
परंतु बेटी इन गुणों के साथ पैदा होगी। किसी बेटी का पिता होना हर व्यक्ति के लिए गर्व की बात है।
पत्नी - पर वो हमेशा हमारे साथ नही रहेगी।
पति- हां, पर हम हमेशा उसके दिल में रहेंगे। इससे कोई फर्क नही पडेगा चाहे वो कही भी जाए।
बेटियाँ परी होती हैं जो सदा बिना
शर्त के प्यार और देखभाल के लिए जन्म लेती है। -
man_ki_pati 45w
नारी के जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव....
सफर "डोली" से "अर्थी" तक का....
डोली से अर्थी तक का सफर आसान तो नहीं होता सबके लिए..
मर मर कर जीती हैं कई...
और कई मार दी जाती हैं...
खुसनसीबी सबकी तो नहीं होती....
पापा कि परिया तो सब होती हैं...
पर ये जरुरी तो नहीं...
कि पतिओ कि ये रानियाँ ही हो...
कुछ का ग़म दीखता और कुछ सी लेती हैं उधड़ी ज़िन्दगी...
पीस लेती हैं अपने अरमानो को...
और कूट दी जाती हैं मसालो की माफिक...
पढ़ लिख कर नौकरी करने वाली भी...
काजल से छुपाती हैं सूजी आँखों को...
नाख़ून से खरोचती हैं आटे को...
और जी सर कहके जुट जाती हैं.....
दोहरी ज़िन्दगी जीती हैं ये...
फिर भी दुनिया को क्यूँ हॉट और सेक्सी ही दिखती हैं...
ना जाने कितने रूप धर धर "अर्थी" तक पहुँचती हैं...
और फिर तब सुनती हैं...
बेचारी बहुत ही अच्छी थी....सफर "डोली" से "अर्थी" तक का...
©man_ki_pati -
vaniiiii 116w
,
-
vaniiiii 104w
जाहिलों पर अल्फाज़ौ के मोती
न बिखेर ऐ जुबां
ये काट डालेंगे तुम्हें अपने
अल्फाज़ौ के नश्तर से ।
©vaniiiii -
vaniiiii 104w
छूट जाये हाथ जमाने की भीड़ में
फिक्र मत करना तुम रूह से जुड़े हो ।
©vaniiiii -
sanjeevshukla_ 156w
खुशबुओं का नशा , बेखुदी का समा // ख़्वाबों का वो जहाँ , फूलों की वादियाँ //
मीठी मीठी कसक , वो दिलों की धड़क ! एक अज़ब सी तड़प ,धीमी धीमी दहक !
जागे अरमा जवां , चाहतों के निशाँ // ख्वाबों का वो जहाँ ,फूलों की वादियाँ //
पहली वो बारिशें , घुलने की ख्वाहिशें ! मुख़्तसर दानिशें ,शोख कुछ साज़िशें !
खुशियों का कारवां ,आँखों के दरमियाँ // ख़्वाबों का वो जहाँ , फूलों की वादियाँ //
रूह की राहतें , पाक वो चाहतें ! बेसबर हसरतें ,बेवज़ह फ़ुरसतें !
रौशनी के निशाँ , उल्फतों का बयाँ // ख़्वाबों का वो जहाँ ,फूलों की वादियाँ //
मीठी मीठी चुभन ,ठंडी- ठंडी जलन ! एक दीवानापन , बेकली तन बदन !
साँसों की गर्मियां , जिस्मों की नर्मियाँ // ख़्वाबों का वो जहाँ ,फूलों की वादियाँ //
खुशबुओं का नशा , बेखुदी का समा //
©sanjeevshukla_ -
sanjeevshukla_ 155w
ठहर गयी है स्याह रात निगाहों में कहीं //
सांस घुल रही सर्द हवा की नमी में कहीं //
दिल की नाज़ुक रगों में टीस बार बार उठी...
धड़कनें मंद लहू जम गया जिगर में कहीं //
एक अरसे से बादलों में आफताब छुपा......
नज़र है बेकरार रूह को सुकून नहीं //
तमाम चाँद सितारे हैं सब अपनी जगह..... आसमा अपने ठिकाने पे है ज़मी भी वहीं //
रोज़ मशरिफ से आफ़ताब नुमा होता है.... धूप में चांदनी में अब मगर वो बात नहीं //
करार चैन खो चुका है फ़ुरक़तों का समा. ... बा खुदा कोई इस कदर भी याद आये नही //
©sanjeevshukla_ -
rangkarmi_anuj 153w
बाबा
पोता अंग्रेजी में बात करता है
हाऊ आर यू बाबा कहता है
क्या कहता है समझ नही आता है
कूल कूल यही रटता रहता है
ज़्यादा पढ़ाई कर ली है
इसलिए हवा में उड़ता रहता है
दिन भर कान में आला लगाए
नाचे कूदे और हुड़दंग मचाए
काम के लिए कह दो अगर
लाट साहब काम मुँह बन जाए
पोता मेरा बीकॉम एमकॉम है
इसलिए अभी तक बेकाम है
काम में एक तो जी नहीं लगता
लोगों से बातें बड़ी बड़ी हाँकता
कुछ को दिन भर ज्ञान देता है
अपने आप को कलेक्टर समझता है
मैं समझाता हूँ बेटा कोई नौकरी करले
उल्टा मुझे ही जवाब देने लगता है
उसकी उम्र हो रही है
तोंद उसकी निकल रही है
पहले नौजवान लगता था
अब तो ताऊ नज़र आता है
पोते के बाल पक रहे हैं
साथ में वो झड़ भी रहे हैं
दिन भर उसकी चिंता करता हूँ
क्या करेगा जीवन में यही सोचता रहता हूँ
नशा पत्ती तो नहीं करता है
चुमीन बर्जर मंजूरिका यह सब खाता है
पिता से उसकी बिल्कुल बनती नहीं
और माँ की बात वो सुनता नहीं
अब इकलौता पोता है मेरा
डांट भी नहीं सकता हूँ
कहीं बुरा न मान जाए
इसलिए प्यार से उससे बात करता हूँ
आज कल के बच्चे किसी की सुनते नहीं
अपने आगे वो किसी को मानते ही नहीं
दिन रात भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ
यह कहीं भी लग जाए मैं निश्चिंत रहूँ
धूम धाम से मैं शादी कराऊँ
फिर दादा से परदादा बन जाऊँ
पता नहीं कब सपना साकार होगा मेरा
यह पता नही कब सुधरेगा पोता मेरा
©rangkarmi_anuj -
loveneetm 153w
यह भी तो एक ख्वाहिश ही है,
कि खोज लेते बाजार ख्वाबों का,
दौलत तो बहुत है पर सूकून की नींद ना बची,
तेरी आँखों में हमदम।
©loveneetm
