meri bhi manzil kisi
laila ke shehar hoti
agar uski nigaahe
meri raahon par hoti
©zues_was_a_jerk
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उठते ही चाय
मेज़ पर रखना
बिखरे कपड़े सारे
सहेज कर रखना
माथे रख हाथ
लाड से कहना
लाल मेरे तू
सूरज सा चमकना
मुझे रोता देख
कभी कभी हँसना
हसता देख मुझे
हर दफा रोना
मां ये प्यार
कल के लिए
बचा कर रखना
ज़रूरी नहीं आज
ही मुझ पर
खर्च करना
©zues_was_a_jerk -
zues_was_a_jerk 63w
hey mirakeeans if you think this beautiful poem will touch your heart then comment below and
i will post full poemमाँ
सूरत में जिसकी
खूबसूरत जहाँ है
चाहत जिसकी बेपनाह है
मैं मोहब्बत माँ की
मेरी मोहब्बत माँ है.....
©dil_diyaan_gallan_ -
zues_was_a_jerk 68w
बापू
बापू मालूम मुझे तेरा
यही था इरादा कि
काबिल इतना कर दूँगा
किसी के आगे
फेलाने हाथ नहीं दूंगा
अब एक वादा
तुझसे मैं करता हूं
कभी मायूस न करूंगा
आंसू खुशी के अलावा
कोई आने नहीं दूँगा
गर्दन तेरी कभी
झुकने न दूंगा
गाड़ियों की तेरे लिए
कतार लगा दूँगा
पैर ज़मीन पर
रखने ना दूंगा
©dil_diyaan_gallan_ -
zues_was_a_jerk 71w
बापू, धूप में तपा ताउम्र
ताकि मैं छांव में रहूं
जो चोट लगती, मुझसे
पहले मां सहमती, कहती
ला तेरे सारे घाव मैं सहूं
मां, ने आँखों का तारा बनाया,
बापू ने अंधेरो में भी
सितारों-सा चमकना सिखाया,
#baapu tere karke
#main pera tw khal ho gyaa
#tu cycla'n te katti te m
#gaddi joga ho gaya
#ohde sir te aish
#m bdi kitti
#hun baapu nu
#aish kroni aa
IF U LOVE UR FAMILY
LIKE TE CMNT KRNA NA BHULLIYO
AND STAY TUNED PART-2 AND 3 WILL BE OUT SOON
#BLESSING OF RABB & BEBE-BAAPUतेरे अंदर तो नहीं झाँक सका,
लेकिन माथे पर तेरे सलवटें देखी,
सामने मेरे तेरी मुस्कुराहटें ही देखी,
पीठ पीछे मेरे लिए बदलती करवटें देखी
अब पता चला तूने सपने कैसे पूरे किए,
जब पसीने से तेरे उठती लपटें देखी,
©dil_diyaan_gallan_ -
zues_was_a_jerk 72w
its all about destiny...
audi vs poverty
blessed...
rabb ji phle sb ka bhla kr
fir mera bhala kr -
maa tu aaj
bhi wahi hai
ab bhi teri
aankhon mein mere
liye mujhe to
dikhti nami hai
tere ehsaan kitne hain
yaad nhi hai
rabb se Phle mne
tujhse maangi fariyaad haii
meri to duniya tu hai
aur zamana tere baad haii
©dil_diyaan_gallan_ -
zues_was_a_jerk 109w
MaA
maa tera umrbhar ka
karz yu chukaaunga
sahaara bn tera
farz apna nibhaaunga
dawa bn tre ikk ikk
marz ki tujhe bachaungaa
maa kitni bhi unchaai paalunga
par hr waqt khudse yhi puchta hu
kya tere bina rah paaungaa.......
jitne bhi dard ho tere
Main sare sahungaa
pyara sa bchpn tune
diya kbhi na bhulunga
tera aashish saath
hoga tbhi kuch banunga
maa kitni bhi unchaai paalunga
par hr waqt khudse yhi puchta hu
kya tere bina rah paaungaa.......
maa abhi tu samne hai
kya hoga jb tujhe
saamne na paaungaa
wo beta khke pyaar se
pukaarna main tere baad
kis se sun paaunga
mere ruthne pe tera
mujhe sneh se manana
wo pal wapis kha se laaungaa
maa kitni bhi unchaai paalunga
par hr waqt khudse yhi puchta hu
kya tere bina rah paaungaa.......
©dil_diyaan_gallan_ -
कोई झूठ बोलेगा उसे सच मान लूंगा,
कोई कुछ बोलेगा उसे सब मान लूंगा,
कोई ये बोले इन पत्थरों में रब है,
ना!
आज भी मेरी मॉं मेरा रब है,.
मेरा सब है|
©jass_manak_77 -
©jass_manak_77
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rupal_jadav 9w
रुस्वा
जिस रोज़ पहली मर्तबा देखा था उसे
मैन तभी से ही दिल से सिर्फ चाहा था उसे
उसने बीच राह में हाथ है मेरा छोड़ गई
और लोग मुझसे ही ये पूछ रहे है कि मेरा क्या ही छूट गया
हज़ारो मन्नतो के बाद मिलाया था खुदा ने उसे
मैने ज़िन्दगी सारी साथ बिताने का वादा किया था उसे
आज वही किसी और का हाथ थाम के चली गई
और लोग मुझसे ही पूछ रहे है की क्यों में अंदर ही अंदर घुट गया
खुद में ही टूट कर चाहा था मैंने सिर्फ उसे
मेंरा बेइंतहा इश्क़ और ऐतबार रास ना आया उसे
आज वो सरे बाज़ार मोह्हबत मेरी रुस्वा कर गई
और लोग मुझसे ही पूछ रहे है कि ये तो सिर्फ दिल ही मेरा टूट गया
आखरी एक दीदार के लिए नज़रे मेरी ढूंढ रही है उसे
मेरे सिवा उसकी पसंद की हर एक चीज मिली थी उसे
मोह्हबत वो मेरी लाल जोड़े में किसी और कि बन के रह गई
और लोग मुझसे ही पूछ रहे थे कि आज मेरा क्या ही लूट गया
©rupal_jadav -
archana_000 9w
वक्त को ज़रा नजाकत से बरतना मेरे यारा
क्यूंकि
वक्त को पलटने के लिए वक्त वक्त नहीं देता
©archana_000 -
archana_000 9w
अपनी सिसकियों को दफ़न किया था अंधेरे से कोने में..
कमबख्त उजाले ने झांक कर दगा कर दिया
©archana_000 -
nishek 9w
अदब कीजिए हमारी खामोशी का,
आपकी औकात छिपाए फिरते हैं।
©nishek -
मेरी कविताएं तुमसे
उतना ही चिपक कर रहना चाही
जितना तुम्हारे माँग में सिंदूर
लेकिन उनकी किस्मत में आया
विधवा का दुःख
प्रेम के पन्नों पर लिखी तो गईं
लेकिन बेरहमी से आंसूओं से धुली गईं
•
जब तुम ब्याही जाओगी
किसी दूसरे संग
यज्ञ के पवित्र अग्नि में
जलेंगी आम की लकड़ियां
मेरी कविताएं दुःख में जलेंगी नहीं
बस वो मर मर कर जिएंगी
उनका जी चाहेगा
आम की लकड़ी के अर्थी पर जलने को
•
जब उसके साथ
तुम्हारे साड़ी का गांठ बांध दिया जायेगा
फिर जब तुम लोगी सात फेरे
मेरी कविताएं सात बार दम तोड़ेंगी
वो समय ना जाने कैसे कटेगा
हर फेरों पर कहूँगा
तुम दोनों सुखी और साथ रहना
और मैं निर्लज्ज
अपनी आत्मा का श्राद्ध के लिए
सात बार राम नाम सत्य कहता रहूंगा
•
देह तो कांपेगी
साथ साथ आत्मा भी कांपेगी
जब वो तुम्हारे माँग में सिंदूर भरेगा
मेरे लिए दुःख का रंग लाल होगा
और जब वो मंगलसूत्र पहनाएगा
कविताओं का जी चाहेगा
उन काली मोतियों में धंस जाए
लेकिन विधवाओं को
कहां मंगलसूत्र का सुख
•
तुम विदा हो जाओगी
मेरे आत्मा का आधा टुकड़ा
तुम्हारे कार के पीछे दौड़ता जायेगा
वो जाकर छिप जायेगा
तुम्हारे माथे की बिंदिया में
और आधा टुकड़ा वहीं
सन्न खड़ा रहेगा मेरे साथ
•
तुम्हारा सोलह शृंगार
पूरा हो जायेगा
और इधर मेरी कविताएं करेंगी अपना
सत्रहवां शृंगार
वो लटकेंगी जाके आम के पेड़ पर
एक हाथ में सिंदूर का डिब्बा
और दूसरे हाथ में तुम्हारे लिए लिखी कविता
•
/सौरभ -
aavantika 9w
तुम ना मिले तो क्या तेरी यादें काफी है ये जिंदगी बिताने के लिए
©aavantika -
akshatgoel 9w
7 किरदार
इस ज़माने से कहो कि इतना संजीदा ना रहे,
मंजिले मिज़ाज से मिलती है, मायूस तो हजारों थे -
Tum
होठों पर मुस्कुराहट,
और दिल में दर्द ।।
मेरे हाथों में आपका हाथ,
और उसके पीछे छुपा एक डर ।।
वक्त की गुस्ताखियां थी जनाब,
वरना वो समझ ना जाते हमारा प्यार।।
©ishanikagoyal -
shru_pens 17w
Adhoore panno ka ehsaas : SSR ❤️❣️
Behti hawaa sa tha wo
Sheetal gagan sa tha wo
Patto ke fadak sa tha wo
Naav ki kashti par sawaar ho chal padha wo
Parvat ki kathor chattan tha wo
Makhmali phoolo ki sugandhit kali tha wo
Sureele geet ka aahwaan hai wo
Dilo ki atoot dhadkan hai wo
Khet ki lehlahati dhaan hai wo
Saadgi ka param naam hai wo
Abhinay jagat ki shaan hai wo
Shaamo ki manbhavan sooryaast hai wo
Kedarnath ka shiv hai wo
Dil bechare ki marham hai wo
Chhichhore ki natkhat shararat hai wo
Mr. Cool ki parcchai hai wo
©shruti_25904 -
शर्म नहीं आई दर्द को
सुख चैन की रौशनी बुझा गया
'मैं' और 'वक्त' के बीच जंग छेड
मेरे गले में काँटों का हार डाल गया
©sukh_k29
